खामख्वाह इतना ज्यादा सोचते हैं हम, लोग तो पहुँच भी नहीं पाते वहाँ तक... पर क्या करें, ऊपर वाले ने 1400 ग्राम का दिमाग और उसमें असीमित क्षमता जो दी है, बिना इस्तेमाल किये रह भी नहीं सकते... ©अर्पिता #क्षमता