#मुझे नहीं पता कि आप मुझे समझेंगे या नहीं समझेंगे
पर मालूम होता है इतना कि गलत़ ही समझेंगे
क्योंकि इंसान समझता वही है जो समझना चाहता है
लगता वही सही है जो भी उसे भाता है
और भाये भी क्यूं नहीं
गलत़ फहमियों का होता न कोई ईलाज है
हर इक का होता अपना अपना मिजाज़ है
जो किसी का कल था वो किसी का आज़ है #ehsaas#yqdidi