एक ख्वाब है अधूरा सा, एक सच्चाई है धुंधली सी, एक वक़्त ही तो है जो निरंतर बढ़ता है, एक आत्मविश्वास ही तो है जो होंसला देता है, कुछ इंसान ही तो हैं, जो आज भी अपने से पहले दुसरों को तवज्जु देते हैं, कुछ लोग ही तो हैं, ,जो चाह कर भी नही बदल सकते, श्याद उन्हें देख कर कोई जीने का हुनर सिख रहा है । अनुकरण #poem #ekkhwab #poetry #dream #truth #strength #एकख्वाब #अनुकरण