हो गई है रात बहुत, होने को है सहर, अब तो मुझे घर जाने दो। देख ले वो इक बार मुझे, मेरे होने का यकीं उन्हें हो जाने दो। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर हो गई है रात बहुत, होने को है सहर, अब तो मुझे घर जाने दो। देख ले वो इक बार मुझे, मेरे होने का यकीं उन्हें हो जाने दो।