सफर का सुहाना होना सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि, आपका गंतव्य कितना मनोहारी है, अगर आप का गंतव्य मनोहारी नहीं भी है तो, सफर का आनंद लिजीए और मन का होने दिजिए! गंतव्य