हर जीव को मिला यहाँ , क्षणिकभर प्राण है कौन है वो जिसे मिला ,अमरता का वरदान है डाली से टूट कर तो पत्ते भी बिखर जाते है त्रेता युग मे जो मारा गया ,वो भी तो भगवान है पत्ते हो या जीव कोई ,नही रह सका कोई उम्र भर फिर डर कैसा मौत से ,हम तो माटी के बने इंसान है जाने से जब राम बचा सका न खुदको , न हम महान है कौन है वो जिसे मिला , अमरता का वरदान है ✍️रिंकी सुप्रभात। कमियाँ सूखे पत्तों की तरह होती हैं। जो समय के साथ ख़ुद ब ख़ुद झड़ जाती हैं, बस शर्त यह है कि ईमानदारी से अभ्यास करते जाएँ। अपना काम करते जाएँ। #कमियाँ #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi