कुछ गलत हुआ है तो कह दो ना, सुधार लेंगे। ऐसे क्यों यूँ ही छोड़ जाती हो बेचैन रहने के लिए? कुछ कहना है तो कह दो ना, सुन लेंगे। ऐसे क्यों भेजती हो खामोशियाँ मुझे घेरने के लिए? कुछ हदें बनानी है तो बना लो ना, रह लेंगे। क्यों मौके देती हो बेहद चाहने के लिए? अपना खाली वक्त बिताना है तो बोलो ना, बिता लेंगे। ऐसे क्यों वक्त को याद बना देती हो मेरे दिल के लिए? अगर आखिर में जाना ही है, तो बयां करो ना, जी लेंगे। ऐसे क्यों जज़्बात भर देती हो एहसास दिलाने के लिए? ©Ananta Dasgupta #Sitaare #latenightquotes #latenightshayari #writerscommunity #anantadasgupta