क़ाश हमारे शिक्षण मार्गदर्शन के गुरुजी सिर्फ़ एक ही होते, वही गुरु जिनसें हम प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करते हैं लेक़िन बदलाव प्रकृति का नियम है, हम जैसे जैसे उच्च शिक्षा की ओर अग्रसित होते जातें हैं वैसे वैसे हमारे शिक्षण मार्गदर्शन के गुरुओं भी समय समय पर बदलते जातें हैं, और ये ही बदलाव हमारे ज़ीवन को सही एवं सफ़ल ज़ीवन का रूप देती हैं,