तन को जो ढंके वो हाँथ बनना स्त्री में मन को मान दे सकें वो आँख बनना है वो वीर वाला खून तुममें तो साथ रखना हूँ छत्रीय मैं धर्म की रक्षा करता रक्षार्थ , मैं ही राम मैं ही कृष्ण , मैं ही शिव , वो प्राण रखना देश के प्रति अपना सर्वस्व न्योछावर करने योग्य तुम अपना हर प्रण रखना #neerajwrites हूँ छत्रीय मैं भारत माता का बेटा