ख्यालों को अपने ,हमें हकीकत में जताना था, सारे नुस्खे दफा किये ,बस शायरी आजमाना था मेरे चंद लफ्जों से ही कमबख़्त सहम सी गयी वो अरे बेवफा थी तुम😐,ऐसे थोड़ै टूट जाना था??😂 तुम्हारी मगरूरियत के किस्से अहले महफिल में मशहूर थे और कहती हो धीरे बोलते, उस समय पूरा जमाना था #महफिल #शायरी #शहर #शरारती_ख़्वाब