खुद के प्यार में खुद का जलना लाज़मी सा है.. सुख के संग दुःखों का चलना लाज़मी सा है,, बेकार अफ़सोस है तुझे उसके बदल जाने का शैव.. वक़्त के साथ इंसानों का बदलना लाज़मी सा है । ~ रोहित शैव #Love इंसानों का बदलना लाज़मी सा है।