-कुण्डलिया छंद - लिव इन में हत्या हुई, विस्मित हैं सब लोग। तब तो सारे मौन थे, वैध हुआ जब रोग। वैध हुआ जब रोग, हुआ संस्कृति पर हमला। अब बन रहीं कनीज़, हमारी विमला कमला।। घर में ही लाचार, लुट रहे हैं हम दिन में। युवा आज बिन ब्याह, मौज करते लिव इन में।। - हरिओम श्रीवास्तव - ©Hariom Shrivastava #YouNme #हरिओम_श्रीवास्तव