कैसे सुकून मिले इस दिल को जब मेरा महबूब किसी और की बाहों में है सोचा था कि सफर सुहाना होगा हमसफ़र,हमनवा, हमनशी के साथ मुक्कमल कैसे हो सफर मेरा रहबर साथ छोड़ गया ओर हम भटके हुए राहों में है 😏Ghoyal राही