Nojoto: Largest Storytelling Platform

# इशारों की मुहब्बत काग़ज़ों की सिल | Hindi शायरी

इशारों की मुहब्बत काग़ज़ों की सिलवटों में सिमट कर रह जाती है,
दिखावे की मुहब्बत बदनाम हो कर रह जाती है।
समाज के ठेकेदारों को रास नहीं ये मुहब्बत लफ्ज़,
जो अंजाम तक पहुंचे मुहब्बत तो पेड़ों पर लटक कर रह जाती है।।
- राहुल कांत

#raahulkant #mohabbat #honorkilling #Life #Love #showoff #publish #Feeling #Emotional #Quote
raahulkant4122

Raahul Kant

New Creator

इशारों की मुहब्बत काग़ज़ों की सिलवटों में सिमट कर रह जाती है, दिखावे की मुहब्बत बदनाम हो कर रह जाती है। समाज के ठेकेदारों को रास नहीं ये मुहब्बत लफ्ज़, जो अंजाम तक पहुंचे मुहब्बत तो पेड़ों पर लटक कर रह जाती है।। - राहुल कांत #raahulkant #mohabbat #honorkilling #Life #Love #showoff #publish #Feeling #Emotional #Quote #शायरी

82 Views