न कोई धर्म खतरे में है न कोई देश खतरे में है पर हम सब खतरे में हैं अगर कुछ खतरे में है तो वो है पानी, अगर कुछ खतरे में है तो वो है हवा अगर कुछ खतरे में है तो वो है जंगल अगर कुछ खतरे में है तो वो है चिड़िया अगर कुछ खतरे में है तो वो है तुम्हारा घर बिन चिड़िया की सुबह बिन पेड़ो के दोपहर बिना हवा की शाम बिना पानी के देश क्या करोगे बचा के? ©purvarth #विचार_दिल_से