अश्क की बूंदे झलकती मेरी आंखो में पर वो आंचल में समन्दर सा पीर बहाता है तडपता हूँ मोहब्बत के वीराने में मैं भी पर वो जख्म-ए- दिल की दास्तान सबको सुनाता है माना इकरारे- इश्क हुआ है जरा उनसे पर वो महफिलों में हमें अपना जहाँ बताता है #आवरण #थोड़ासाइंतज़ार #दर्द_ए_दिल, #इश्क़ #मोहब्बत #aavran #yqbaba #yqdidi