मेरी हर खुशी हो तुम लबों की हँसी हो तुम कैसे कहे तुमसे मेरे जीने की आरजू हो तुम| माना के साथ नहीं तुम मेरे पास भी नहीं तुम पर अधूरा लगे जिसके बिना जीवन वो प्यारा सा एहसास हो तुम| आंखों में बसे हो तुम दिल में भी समाए हो तुम धड़कते दिल की हर धड़कन कहे के हरपल मेरे क़रीब हो तुम| ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1021 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।