हम ऐसे तो नहीं थे फिर भी क्यों सवाल तुमसे ही हैँ बताते नहीं क्यों एक पुरानी सी तस्वीर देख लेता क्योँ तुझे खबर इस बात का आखिर क्योँ अगर नहीं हैँ तो इस कदर बेखबर क्योँ पूछा तो झूठ बोली लेकिन यद नहीं करती क्योँ भूल जाना चाहता मै भी मगर होता नहीं क्योँ चलो कोशिश करते हैँ नहीं होगा क्योँ ©ranjit Kumar rathour आखिर क्योँ