गहरे दर्द की आहट में बैठा रहता है शरीर जब देखो सोने की कोशिश करता रहता है | गहरे दर्द की आहट में बैठा रहता है शरीर जब देखो सोने की कोशिश करता रहता है | सुशील ग़ाफ़िल