ये किस्मत भी अजीब शह है हर किसी को एक सी नही मिलती कोई शौक में ज्यादा खा लेता है किसी को ज़रूरत की नही मिलती #रमज़ान_कोराकाग़ज़ रमज़ान ग्यारवहां दिन आजकल की विषम हालतों में किस्मत की एहमियत को नकारा नही जा सकता।