सुनो पंडिताइन तुमको नहीं पता तुम मेरे लिए क्या हो भगवान का असीम वरदान हो तुम कितनी भी बड़ी परेशानी हो तुम यूं ही हल कर देती हो पता है जब तुम बोलती हो ना कि कृष्णा हम हैं न तुम्हारे कसम से अजब सा सुकून मिलता है पता नहीं मोहब्बत कहूं या इबादत बस तुमसे ही अच्छा लगता है कुछ अच्छे कर्मों का फल है शायद तभी तो तुम जैसा दोस्त,हमसफ़र और प्यार मिला है धन्यवाद तुमको करें या उस खुदा को जो तुम जैसा मुझको इक यार मिला है तुम ना बिल्कुल मेरी मां जैसी हो गलत करने पर वो बड़ी बड़ी आंखें करना पहले डांटना फिर प्यार से समझाना धन्यवाद पंडिताइन मेरी जिंदगी में आने के लिए ...... -कृष्णामरेश ©Amresh Krishna #panditain