इस नए साल में नया क्या है? पेड़ वहीं पुराने पर्ण-लिबास में खड़े हैं बीते पतझड़ में खड़े पेड़ों-से जो पर्ण धरा पर गिरे थे वे आज भी वहीं पड़े हैं इस नए साल में नया क्या है? वहीं पुराना गंगन हैं खग खग जहां विचरण में मग्न हैं इस नए साल में नया क्या है? वहीं चांद वहीं सूरज फिर वहीं चांदनी रात हैं फिर भी लोग दे रहे बधाइयां आंग्ल,नव-नूतन वर्ष की इसमें नूतनी क्या बात है? इस नए साल में नया क्या है...✍️💕🌻🌹🌻 ©Vinay Kumar #विनय@शायरी