हर धर्म जाति भाषा मज़हब की मुट्ठी बाँधी तो रंग तिरंगा पाया जब जब आँख उठी भारत पर सिर्फ हिंदुस्तानी जज़्बा पाया सिर्फ हिंदुस्तानी जज़्बा पाया आज़ादी का ज़श्न हैं रक्षा बंधन का रस्म हैं हमें तिरंगे की क़सम हैं हम स्वयंम की रक्षा स्वयं करेगें मातृभूमि की सुरक्षा में खुद को वतन की धूल करेगें आखिरी निशानी में कफ़न तिरंगा कूबूल करेगें कफ़न तिरंगा कूबूल करेगें।। #happy independence day#happy raksha bandhan