Nojoto: Largest Storytelling Platform

इस शहर के शोर में खामोशियां बहुत हैं...... दूर से

इस शहर के
शोर में खामोशियां बहुत हैं......
दूर से जो देखा ," अपनो" की भीड़ थी
पास आते ही पाया
वीरानियां बहुत हैं
बहुत सब्र कर लिया
अब जीने दो मुझे.....
भले ही कह लो
नादानियां बहुत है........

©divya
  #hunarbaz