बचपन की शैतानियाँ आज भी तन्हा सा हूं, इस बड़प्पन की ज़िंदगी से। अक़्सर बैठ जाया करता हूं, जैसे गुजरता हूं उन गलियों से। वो नादानियाँ, वो बेईमानियां और वो बेचैनियाँ, आज तकती भी नहीं हैं। बस साथ रहती हैं वो बचपन की शैतानियाँ, जो किसी भाव मिलती नहीं हैं। #bachpan #shaitania #childhood #बचपन #नादानियाँ #life #wod #nojotohindi #nojotolove #nojotopoetry #nojotians