अपने इतिहास और अपने धर्म को खोज कर अपने कर्मो को सदगति देने में अब कोई सार नही रहा और ये भी सच है कि अब ईश्वरीय आवासों में जीवन संगीत सुनाई कहा पड़ता है अबकोई देवदूत आकर स्वर्ग क़े नक्शे भी कहा दिखाता है यहां तो नर्क का प्रदूषित धुँवा सर्वत्र वातायन को अन्धकार मय बना रहा है ©Parasram Arora सार....