एक दिन को भी एक साल गिनते-गिनते ये साल तो गुजरा हैं यार गिनते-गिनते नये साल की सारी खुशियाँ तुमको मुबारक मेरा तो ये साल भी जाएगा जख्म गिनते-गिनते बीते बरस तो थे जाने कितने अपने मेरे इस बरस रह गए तो सिर्फ हम गिनते-गिनते ये साल करा गया पहचान सच्चे दोस्त की वरना साल निकल जाते थे दोस्त गिनते-गिनते करे जो जहां पर राज तो तुमको समझे "नृपती" साल तो ऐसे कई निकलेंगे अश्क गिनते-गिनते ©Narpat Parihar welvome 2021 #welcome2021 #2020 #bye2020 #Shayar #shayri #urdu #Hindi #hindi_shayari #urdushayari #bye2020 kavita ranjan A.sahu🖋️ 📒 FᎪᎡᎻᎪN ∶ ᏚᎻᎪᏆKᎻ ✔️ Neeraj Bakle (neer✍🏻)