यार तुम अच्छे लगते हो, दिल के बच्चे लगते हो । बोलते तुम बड़े कम हो, जुबां के पक्के लगते हो। ख्वाहिशें कम है तुम्हारी, जुनूं के सच्चे लगते हो। हो तुम पूर्णतः वास्तविक, पर्दे के कच्चे लगते हो। कहां गुम हो तुम यार, सत्य के लुच्चे लगते हो। संतोष सिंह #InspireThroughWriting #ग़ज़ल #urdu #शायरी #शायर #हिंदी #हिंदीशायरी #shyari #hindi_poetry #Hindi