चाँद का टुकड़ा और दिल का दुखड़ा प्राणों में करता बखेड़ा एक मौह लेता दूसरा रुला देता सुंदरता में जब मन खोता दिल को आवारा कर देता जो दिल मे बस जाये पर मिल न पाये उन्हें न पाने का अफसोस टुकड़े टुकड़े में दुखी होने का अहसास जीवन को दे जाये तभी गम के बादल तमस बन जाए चांद भी टुकड़ों में नजर आये #ChandKaTukda