#स्त्री स्त्री ,तुम सिर्फ स्त्री हो...... तुम कभी बुद्ध नहीं हो पाओगी, अगर तुम विरक्त हो वन को जाओगी , बोध ज्ञान तो प्राप्त कर लोगी तुम, पर तथागत या बुद्ध नहीं, पुत्र व पति को त्यागने के कारण, हर युग में, गैरजिम्मेदार ही कहलाओगी । स्त्री , तुम सिर्फ स्त्री हो ..... तुम कभी राम नहीं बन पाओगी, अगर तुम वचन निभाने वन को जाओगी, हर धर्म तो निभा लोगी तुम, पर मर्यादा पुरुषोत्तम नहीं , देहरी लांघने के कारण, हर युग में ,अग्नि परीक्षा से गुजारी जाओगी । स्त्री, तुम सिर्फ स्त्री हो...... तुम कभी कृष्ण नहीं बन पाओगी, अगर तुम प्रेम करके छोङ जाओगी, गीता ज्ञान तो पा लोगी तुम, पर सर्वव्यापी नहीं, प्रेम को त्यागने के कारण, हर युग में , निर्मोही ही कहलाओगी । ©पूर्वार्थ #स्त्री #नोजोटो_हिंदी_कविता