Nojoto: Largest Storytelling Platform

सर्द रातों में छत पर मुझसे बाते करने आती थी। तपती

सर्द रातों में छत पर मुझसे बाते करने आती थी।
तपती दोपहरी में बस यही ख्याल अब दिल मे आता है।
गला सुख जाता है, आवाज़ निकल नही पाती है
आंसू रोके रुकते नही है, वो राते अब दिल से  जाती नही है।
लौट आओ ना,,,,,#निशा एक बार फिर वही दोहराते है, सुख दुःख की बतियाते है, फिर बातो में रातें गुजारते है। #love #yaadein #missing
सर्द रातों में छत पर मुझसे बाते करने आती थी।
तपती दोपहरी में बस यही ख्याल अब दिल मे आता है।
गला सुख जाता है, आवाज़ निकल नही पाती है
आंसू रोके रुकते नही है, वो राते अब दिल से  जाती नही है।
लौट आओ ना,,,,,#निशा एक बार फिर वही दोहराते है, सुख दुःख की बतियाते है, फिर बातो में रातें गुजारते है। #love #yaadein #missing