Find the Best निशा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutनिशा का अर्थ क्या है, वो है निशा, निशा तिवारी कौन है, निशानी है, निशानिया मौसम की जानकारी,
Sandhya
#निशा है निशा! तुम्हे पूजा करूं या प्रेम? तुमसे जुड़ा हुआ अंधकार का तो नहीं होता है कोई छलना.. वो तो एक निष्पाप शिशु सम न कोई शत्रु,न कोई मित्र आप उसे कह सकते हैं शठता या फिर निर्वोधता.. निशा.. वो तो है निर्विकार सभी को ले लेती है अपनी अंक में दरिद्र के दरिद्रता और भूखे प्राण को ढक लेता है नींद के चादर में .. निशा... है एक रंग धो सकता है पापियों के पाप छिपा सकता है दरिंदों के जुल्मों को सिखा सकता है जीने का वीज मंत्र धारक वो पुण्य का गर्भ फाड़कर दे सकता है जन्म नव आभा नव संक्रांति के पहली किरण... ©Sandhya #travelogue
Manoj Nigam Mastana
मै उसके लिए सिर्फ़ एक कहानी का हिस्सा हूँ... पर वो मेरे लिए,कहानियों की पूरी किताब है... #निशा ©Manoj Nigam Mastana मै उसके लिए सिर्फ़ एक कहानी का हिस्सा हूँ... पर वो मेरे लिए,कहानियों की पूरी किताब है... #निशा
मै उसके लिए सिर्फ़ एक कहानी का हिस्सा हूँ... पर वो मेरे लिए,कहानियों की पूरी किताब है... #निशा
read moreAavran
सुर्ख़ खंजर न छुपा, ये कहाँ किसी का होता है सुना है इसके संग वाला अपनों को खोता है।। नांदा न बन, समझ जरा शाम आने से पहले निःशब्द निशा का अल्फाज तक कहाँ होता है।। दिवास्वप्न की गर नींद न टूटी, जरा देर हो जाएगी रूठ जाने वाली ये मुस्कराहट फिर न वापस आएगी।। #आवरण #खंजर #निःशब्द #निशा #अपने #मुस्कुराहट #aavran #yourquote
#आवरण #खंजर #निःशब्द #निशा #अपने #मुस्कुराहट #aavran #yourquote
read moreKuldeepak Singh
सुर्ख़ खंजर न छुपा, ये कहाँ किसी का होता है सुना है इसके संग वाला अपनों को खोता है।। नांदा न बन, समझ जरा शाम आने से पहले निःशब्द निशा का अल्फाज तक कहाँ होता है।। दिवास्वप्न की गर नींद न टूटी, जरा देर हो जाएगी रूठ जाने वाली ये मुस्कराहट फिर न वापस आएगी।। #आवरण #खंजर #निःशब्द #निशा #अपने #मुस्कुराहट #aavran #yourquote
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read moreDr Manju Juneja
जलना है तो धागे से सीखो पिंघलना है तो मोम से सीखो बिना मोम के बत्ती नही धागा और मोम मिलकर बनते हैं मोमबत्ती दोनो एक साथ जलते और पिंघलते हैं दोनो के बिना रौशन नही हो सकता जहाँ दोनो मिलकर ही जहाँ को रौशन करते हैं मिटाते है निशा के तिमिर को साँझ होते ही घर की चौखट पर जलते हैं पूछो उनसे जाकर जिन घरों में होता है अंधेरा उनके दिल कैसे अंधेरे में आंहे भरते हैं मिट जाता है धागा खो देता है बजूद अपना पिंगलने के बाद मोम भी खो देती है अस्तित्व अपना सिखाते हैं दुनियाँ को मिटना ही है जिंदगी दोनो मिटकर ही ,रौशन जहाँ करते हैं ©Dr Manju Juneja #जलना #पिंघलना #मोमबत्ती #रौशन #जहाँ #धागा #निशा #तिमिर #अस्तित्व #CandleLight
Sangam Ki Sargam
मैंने प्रतीक्षा करि निशा की सूर्य की दहकती हुई ज्वाला में अब मेरी आँखें भारी सी है रात्रि की मोहक मधुशाला में। #निशा
Nisankoch Singh
चाँद को कौन पकड़ पाया है वो तो बस निशा का साया है।। वफ़ा तो कोई चाँद से सीखे जो रोज घटता है,बढ़ता है फिर भी, साये की तरह "#निशा" के साथ साथ चलता है।
वफ़ा तो कोई चाँद से सीखे जो रोज घटता है,बढ़ता है फिर भी, साये की तरह "#निशा" के साथ साथ चलता है।
read moreaamil Qureshi
#OpenPoetry संध्या जाए तो निशा आए निशा जाए तो रोशनी बाहें फैलाये 😍😍😍😍 मेरी छोटी सी जिंदगी मद्धम मद्धम संग इनके यारों गुज़रती जाए 😀😀आमिल 😀😀 (agar ye kisi k naam hain to kripya kr ke dil pr na le please😊😊😊😊😊😊😊😊😊)#OpenPoetry #nojotohindishayri #masti#comedy Achal Sharma Anu Alewar Aahna Verma Bina Babi Deepika Dubey Tarannum Sana
(agar ye kisi k naam hain to kripya kr ke dil pr na le please😊😊😊😊😊😊😊😊😊)#OpenPoetry #nojotohindishayri #masti#Comedy Achal Sharma Anu Alewar Aahna Verma Bina Babi Deepika Dubey Tarannum Sana
read moreAmîT
बेख़ौफ़ सा ढूंढ़ता हूं मैं ख़ुद के नामों निशा उलझनों से घिरा है ये सारा जहाँ बेफ़िक्र सा चलता हूँ मैं राहों पर अक़्सर ढूंढने अपनें नामों निशा है कोई अपना या बेफ़िक्र मुझसे सारा जहाँ रूठी ही क्यूँ रहती है मेरी रातें अक़्सर ढूँढता फिरता हूँ मैं ख़ुद का सारा जहाँ