फूल हो या फल हरि भरी डाली पर ही लगता है सुख जाए अगर डाली वो तो परिंदा भी पर नही रखता है।। न गिला हे किसी से न शिकवा हे कोई फ़ितरत हे इंसानो मे रंग तो बदलता है।। CSR ©Chandrashekhar Rathor cs शा य र #SunSet