फक्र नहीं पड़ता अगर, आंसू छलके आंख से या कलेजे पर कटार चले निहारती रहें तू हम इश्क के वाजी हो सवार चले फर्क नहीं पड़ता अगर इन जख्मों पर कोई नमक मले हम अपनी मोज को तू जलें या आए जलजले ©durga shankar ameta फर्क नहीं पड़ता #doesnotmatter