#ग़ज़लغزل: १५९ ------------------------ है तरीका ये नहीं हर आम खा कर देखिए वो पका है या नहीं, पहले दबा कर देखिए //१ दूसरों को मार कर खाने से पहले क्यों नहीं आप अपना भी लहू थोड़ा बहा कर देखिए //२ बिकने वाले स्वार्थ की मंडी में कब बिकते नहीं है नहीं विश्वास तो बोली लगा कर देखिए //३ आपको सज्दे फ़रिश्ते भी करेंगे शर्त है दूसरों पर भी ख़ुशी अपनी लुटा कर देखिए //४ आप ख़ुद ही जान जाएँगे हवा का रुख़ है क्या एक मुट्ठी धूल तो पहले उड़ा कर देखिए //५ दुश्मनी और उम्र भर की, ये क़सम भी ख़ूब है मुझसे दो दिन प्यार तो पहले निभा कर देखिए //६ आपके रुख़ पे चमक आ जाएगी सौ चाँद की बस कि पलकों पर मेरी यादें सजा कर देखिए //७ अब शिकायत है कि गर्मी से मरे जाते हैं आप आपने ही तो कहा था दिल जला कर देखिए //८ ज़िंदगी पोशीदगी में ही भली लगती थी 'राज़' क्या ज़रूरी था मियाँ पर्दा उठा कर देखिए //९ #राज़_नवादवी© راز نوادوی 🆁🅰🆉 🅽🅰🆆🅰🅳🆆🅸