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अब मै अपनी औकात मे रहना भी सीख लिया ! वक्त ने मेरे

अब मै अपनी औकात मे रहना भी सीख लिया !
वक्त ने मेरे साथ ऐसा खेला की शहर को भी परीख लिया  !! 
जहाँ था वही पे आ गया क्योंकि, 
 मै इस सफ़र मे 
अपनी जीवनी को भी कोरे काग़ज पे लिख लिया  !
अब मै अपनी औकात मे रहना सीख लिया  !! 
जो मुझे जानते नही थे वो भी जान गये -2
जो पहचानते नही थे वो भी पहचान गये, 
खामोश रहना भी सीख लिया अन्दर ही अन्दर चीख़ लिया  !
क्योंकि 
अब मै अपनी औकात मे रहना सीख लिया  !!

©Lyrics - Dk.Sawan
  #sad😔 #Emotional 
#shayari❤#Aukat