White दरिया से सहरा हो गया हूँ धीरे-धीरे और गहरा हो गया हूँ। हैं दफन जानें कितने "मैं" मुझमें मैं रंग जैसे कोई सुनहरा हो गया हूँ। नहीं आती पहचान में अब अपनी ही सूरत मैं राज जैसे कोई गहरा हो गया हूँ।। -✍️अभिषेक यादव ©Abhishek Yadav #emotional_sad_shayari