"" परवाह यहां किसे किसी के भावो की दुनिया तो है कोरे कागज सी जो दिल में आए कागज पर लिख जाओ कुछ लिखा तो मिट जाए कुछ को ना तुम मिटा पाओ फुर्सत मिले तो पन्नों को उलट ते जाओ अगला पिछला सब दोहराते जाओ जीवन को इतना सुंदर बनाओ हर पन्ने के शब्दों में तुम ही तुम पाए जाओ भावनाओं को यू दोहराओ बंजर रहित मनुष्य हृदय में कोपल भाव जगाओ परवाह यहां किसे किसी के भावों की दुनिया तो है कोरे कागज सी ।। """ Kanchan Yadav #reading #likho Dil ke bhav aur padho Dil se