भरते जब वो माँग सिंदूरी,चाँद सितारे होंगे। उस दिन सुन लो साजन मेरे,हम ना तुम्हारे होंगे। दिन वो जब सिंगार तुम्हारा,सखियां करती होंगी। ये तो बता दो जान हमारे,हम किसके सहारे होंगे। उस दिन सुन लो साजन मेरे,हम ना तुम्हारे होंगे। चूड़ी कंगना हाथ मे मेहंदी,फूलो की बरसा होंगी। याद तुम्हे भी तब आएगी,जो लम्हें गुजारे होंगे। उस दिन सुन लो साजन मेरे,हम ना तुम्हारे होंगे। लोगे वंहा पे कसमे वादे,भूल के मेरी कसमो को। होके विदा जब तुम जाओगे,हम रब को प्यारे होंगे। उस दिन सुन लो साजन मेरे,हम ना तुम्हारे होंगे। ©Anand Singh Paliwal #ham #na #tumhare #honge