नवरात्रि तृतीय दिवस #माता_चंद्रघंटा 🙏🏻🙏🏻 तीजा दिन नवरात्रि का, चंद्रघंटा सुमात। घंटा सा सिर चंद्र है,करती हर भय घात। स्वर्णिम सी द्युतिमान है,दूर करे हर क्लेश। सुख शांती वैभव मिले,कटे पाप हर द्वेष। अस्त्र शस्त्र दस हाथ धर,पूजो तो दुख त्राण। घंटे की आवाज से, दुष्टों के ले प्राण।। वीणा खंडेलवाल तुमसर महाराष्ट्र ©veena khandelwal #navratri