ख्वाहिश है उसे पाने की पर उस पा ना सकेंगे मोहब्बत तो की है दिल से पर निभा ना सकेंगे हमने तो उसे अपना मान लिया वो हमें कभी अपना बना ना सकेंगे वो चाहे कितने भी खुश हो ओरो के साथ वादा है हमें यू ही भुला ना सकेंगे शायरी