Nojoto: Largest Storytelling Platform

परिंदे भी कम हो रहे हैं इंसान के जुल्मों सितम से।

परिंदे भी कम हो रहे हैं
इंसान के जुल्मों सितम से।
हवा, पानी भी महफूज नहीं
हर कोई दुःखी हैं इंसान के कदम से।

©Kamlesh Kandpal
  #julm