दिलों के दर्द को एक खूबसूरत अल्फ़ाज़ देकर चला पथरीले रास्तों पर जिंदगी के साज लेकर कभी मिलना तो बस मुस्कुरा देना जरा सा तुम आज जी रहा हूँ तुम बिन बस यही एहसास लेकर #माधवेन्द्र_फैज़ाबादी #बोल_के लव आज़ाद है तेरे