मैंने धुएं को राख मैं छुपा दिया मगर उसने वहां से निकलने की जगह ढूंढ ली मैंने मोहब्बत में उसको तवज्जो नहीं दी मगर उसने दिल में रहने की वजह ढूंढ ली अब कैसे करूं पराया उन्हें जिंदगी से उसने उस राख की आग से सात फेरे लेने की जगह ढूंढ ली # सात फेरे लेने की जगह ढूंढ ली#