कुछ इस तरह अब खुद को बदल देंगे, मुकद्दर से लड़कर उ

कुछ इस तरह अब खुद को बदल देंगे,
मुकद्दर से लड़कर उसे बदल देंगे,,
हां ख़ामोश हैं आज सुनते हैं आप शरीफों की,
मगर बिगड़ेंगे जिस दिन....
महफिलें-ऐ-शरीफी का माहौल बदल देंगे।

©Vaibhav Dadhich
  #CTL
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