White मैं भाव कुरेदा करता हूँ, अन्तर्मन भेदा करता हूँ। हर आग समेटे निजमन में, मैं ही मशाल मैं जलता हूँ। ©रजनीश "स्वच्छंद" #Change #Life #kavi #Poetry