Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser6860928922
  • 11Stories
  • 2.1KFollowers
  • 9.0KLove
    30.6KViews

रजनीश "स्वच्छंद"

कहे दुनिया जिसे आदम, उसे अवशेष लिखता हूँ।। कलम करती किनारा जब, बचा मैं शेष लिखता हूँ।। ।9811656875।।।।

https://www.amarujala.com/user/%E0%A4%B0%E0%A4%9C%E0%A4%A8%E0%A5%80%E0%A4%B6-%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9B%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6?option=stories

  • Popular
  • Latest
  • Video
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White ज्ञानी जन तो सौम्य से, कागा करता शोर।
ज्यों सूरज से बैर हो, जब मुर्गा तब भोर।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #GoodMorning #Life
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White अब बस।।

हमसे अब तो वफ़ा नहीं होगी,
ऐसी कोई ख़ता नहीं होगी।।

कोई आये कभी गँवारा हो,
दिल की अब तो रज़ा नहीं होगी।

ऐसा ये ज़ुर्म तो नहीं गोया,
कोई ऐसी दफ़ा नहीं होगी।।

होना था जो हुआ बहुत ही तो,
फिर से हमको सज़ा नहीं होगी।

अबकी बचकर निकल गये हैं हम,
रब की फिर से दया नहीं होगी।।

कहते हैं इश्क़ जान लेता है,
इसकी कोई दवा नहीं होगी।।

फिर से रुसवा करे हमें कोई,
फिर से शायद हवा नहीं होगी।।

हमने सीखा बहुत ज़माने से,
अब तो उतनी हया नहीं होगी।।

तेरा भी नाम फिर पुकारे ये,
दिल की कोई सदा नहीं होगी।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #sad_quotes #Love #pyaar
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White चले चलो कि मंज़िलें पुकारतीं रहीं सदा,
खुशी बटोरते चलें, न सोचना यदा-कदा।।
हमें न झेंपना कभी, मशाल हाथ लें चलें,
निशा-दिवस, चतुस-पहर, नवीन तेज ले जलें।|

©रजनीश "स्वच्छंद" #Thinking  hindi poetry on life hindi poetry

#Thinking hindi poetry on life hindi poetry #Poetry

6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

नयन नहीं जो भींगते, जब देखा संताप।
निज मानव क्या मानना, क्या अंतर पशु आप।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #आदमी #इंसान
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

चलो चुनें हम नेता।।।
#Politics #Insaan #Life

चलो चुनें हम नेता।।। #Politics #Insaan Life #Poetry

6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White वही तो जान थी मेरी, तराशा वो ख़ुदा ने ही।।
मगर फिर मौन हो देखा, तमाशा वो ख़ुदा ने ही।।

न जीना फिर हमें आया, जुदा उनसे हुए जो हम,
शिकायत क्या करें किससे, तलाशा वो ख़ुदा ने ही।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #Love #pyaar #BreakUp
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White चलो चुनें हम नेता।।

चलो चुनें हम नेता भैया, चलो चुनें हम नेता,
सजा नया है रंगमंच ये, नये नये अभिनेता।।

मतपेटी भी बैठी रोती, कैसा दिन है देखा,
कौन यहाँ है मामा-भांजा, किसने पासा फेंका।
होड़ लगी है खाने की पर पेट नहीं है भरता,
पेट बटन को फाड़ चला है, भूखी बैठी जनता।
कौन कटा है, किसने काटा, कैसे तुम्हे लपेटा,
चलो चुनें हम नेता भैया, चलो चुनें हम नेता...

©रजनीश "स्वच्छंद" #Politics #netaji #Janta
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White मैं भाव कुरेदा करता हूँ,
अन्तर्मन भेदा करता हूँ।
हर आग समेटे निजमन में,
मैं ही मशाल मैं जलता हूँ।

©रजनीश "स्वच्छंद" #Change #Life #kavi #Poetry
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White बहती आँखों को अब छुपाना क्या,
जो है ज़ाहिर वो अब बताना क्या।।
शब्दों से भी ये आज कह डाला,
जग जो अंधा तो अब दिखाना क्या।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #Truth #Life #duniya #Log
6505724020c62e767bd4494ba6717fe3

रजनीश "स्वच्छंद"

White दोहे।।

हरि-व्याख्या तब कीजिये, जब मन हो हरि-बोध,
अति-कथनी बिन ज्ञान के, ये हरि-पथ अवरोध।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #Krishna  poetry lovers

#Krishna poetry lovers #Poetry

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile