वो संभाल लेगा यूं टुकड़ों टुकड़ों में बंटकर आंसू मत बहा ! हाथ जोड़ महादेव को और दर पर उसके जा , जिंदगी की बूटी के लिए महादेव महादेव गुनगुना! फिर दर्द होगा कम सुशील पहले तो उसके नशे में आ, आंखें बंद कर और ध्यान लगा मन में महादेव महादेव गुनगुना! वो संभाल लेगा यूं टुकड़ों टुकड़ों में बंटकर आंसू मत बहा ! हाथ जोड़ महादेव को और दर पर उसके जा , जिंदगी की बूटी के लिए