अतिशयोक्ति ©B T Rudra अतिशयोक्ति मौन-विचलित-हताश-शोकाकुल सोचा ईश्वर से पुँछू प्रश्न एक जिसपे मेरी अनन्य आस्था हैं कि अपराध अत्यधिक कर बैठा हूँ जो अतिशय दंड तू मुझे दे रहा हैं.. ये प्रश्न पुँछू समक्ष प्रस्तुत होकर उसके कि