रस्ता गुजरकर बेकार नहीं होना चाहिए सफ़र कैसा भी हो, यादगार होना चाहिए ना जाने कितने पेड़ आएंगे जीवन के रास्ते में नजरअंदाज हो तो चलेगा मगर नुकसान नहीं होना चाहिए अगर थककर किसी पेड़ किनारे बैठ गए हो, फिर भी दिमाग में बस मंजिल का ख्याल होना चाहिए जो हाथ देकर गिराने की कोशिश करें, एक तीर उनके लिए भी तैयार होना चाहिए एक साथी की तलाश होगी, इतने लंबे सफर में साथी जो भी मिले, उससे प्यार बेशुमार होना चाहिए अपनों कदमों को भटकने से जरा रोकना, क्यूंकि मंजिल पर हर कदम का हिसाब होना चाहिए 🎀 Challenge-470 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 🎀 इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए। 🎀 रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।